हर कदम पर मदद के लिए सामने आई सरकार- मुकर्रम
सेलाकुई के मुकर्रम यूक्रेन से रोमानिया होते हुए अपने घर पहुंचे |उनका कहना है कि युद्ध की स्थिति में छात्रों ने परेशानियां तो बहुत उठाई लेकिन जिस प्रकार से यूक्रेन से लेकर रोमानिया तक व इसके बाद भारत सरकार व प्रदेश की सरकार ने मुसीबत में फंसे छात्रों की मदद की उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा|इसे भी पढ़ें👈
मुकर्रम और क्वीन के दीवानों शहर स्थित मेडिकल विश्वविद्यालय में एमबीबीएस के तीसरे साल की पढ़ाई कर रहे थे | युद्ध चढ़ने के बाद वे रोमानिया पहुंचे भारत सरकार ने छात्रों को वापस लाने के लिए चलाए गए अभियान के पहले चरण में ही उन्हें अपने घर लौटने का सौभाग्य मिल गया| मुकर्रम 28 फरवरी को भारत के लिए रवाना हो गए उनका कहना है, कि बॉर्डर पर शरणार्थियों की भीड़ के कारण काफी सकती थी |
लेकिन भारतीय छात्रों को अधिकारियों ने बिना देर किए बॉर्डर पार करा दे कर रोमानिया भेज दिया उधर रोमानिया में खाने से लेकर रहने व तमाम तरह की सुविधाएं बिना किसी पैसे के रोमानिया सरकार ने छात्रों को उपलब्ध कराई| उन्होंने बताया कि दिल्ली आने के बाद उत्तराखंड सरकार ने भी पूरी जिम्मेदारी के साथ उन्हें अपने घर तक भिजवाया इस दौरान उनके रेलवे या बस का किराया भी नहीं लिया गया |इसे भी पढ़ें👈