आइए आपको बताते हैं क्या होती है आरएसएस में श्री गुरु दक्षिणा,संघ कार्य के लिए आवश्यक आर्थिक संसाधनों की पूर्ति संघ के स्वयंसेवक द्वारा ही हो इस संकल्प के कारण गुरु दक्षिणा की अभिनव पद्धति विकसित की गई गुरु दक्षिणा कोई दाने चंदा नहीं बल्कि राष्ट्र कार्य है| और ग्रुप के समक्ष बिना किसी आशा अपेक्षा के वर्ष में एक बार का समर्पण समर्पण में बढ़ाया छोटे का अहंकार अथवा हीनता का बोध ना हो, इस प्रकार प्रत्येक सम सेवक की दक्षिणा अज्ञात होती है|इसे भी पढ़ें👈
समर्पण पोस्ट के द्वारा भी हो सकता है समर्पण पद्धति के कारण संघ के काम पर किसी गणपति का दबाव हुआ प्रभाव नहीं रहता है तन से मन से धन से हम करें राष्ट्र आराधन हे संघ के प्रति स्वयंसेवक कोई याद रहता है इसी प्रकार सरकारी सहायता चंदा या दान के आधार पर संघ कार्य नहीं चलता है|इसे भी पढ़ें👈