सचिवालय का समीक्षा अधिकारी ₹75000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार,राज्य सचिवालय का एक समीक्षा अधिकारी ₹75000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है |यह रिश्वत सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त हुए जेल की जप्त ग्रेविटी को रिलीज करने और सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर न करने के लिए मांगी गई थी| आरोपी समीक्षा अधिकारी सिंचाई अनुभाग अधिकारी के कहने पर रिश्वत लेने के लिए सचिवालय के बाहर गया था | अनुभाग अधिकारी का नाम भी मुकदमे में शामिल किया गया है |इसे भी पढ़ें👈
विजिलेंस एसपी धीरेंद्र कुमार गुंजियाल ने बताया कि कार्रवाई देहरादून सेक्टर की टीम ने की है| पिछले दिनों महेश चंद्र अग्रवाल ने शिकायत की थी| उन्होंने बताया कि उनके पिता किशन चंद्र अग्रवाल सिंचाई विभाग मनेरी भाली परियोजना में जेई के पद पर तैनात थे| वह 2008 में सेवानिवृत्त हो गए थे| उस वक्त उनके स्टोर से कुछ सामान गायब हो गया था| इसकी भरपाई के लिए विभाग ने वर्ष 2013 में उनकी ग्रेच्युटी से पैसा काट लिया था |इसकी अपील उन्होंने ट्रिब्यूनल में की | ट्रिब्यूनल ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया जिसमें यह पैसा रिलीज करने के आदेश दिए |
इसके विरोध में विभाग ने हाईकोर्ट में अपील की लेकिन, हाईकोर्ट ने भी किशन चंद्र अग्रवाल के पक्ष में ही फैसला सुनाया| इसी क्रम में उन्होंने सिंचाई अनुभाग राज्य सचिवालय के अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित से बात की| गत 22 फरवरी को अनिल पुरोहित ने उन्हें फोन पर अपने दफ्तर बुलाया |24 फरवरी को वह अपने पिता किशन चंद्र अग्रवाल के साथ उनके दफ्तर में मिलने गए |यहां पर उनके साथ कमलेश्वर प्रसाद थपलियाल नाम का समीक्षा अधिकारी भी मौजूद था| इन दोनों ने ग्रेच्युटी का पैसा रिलीज करने और हाई कोर्ट में फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर न करने का एवज में ₹1 लाख रिश्वत मांगी |इसे भी पढ़ें👈
किशन चंद्र अग्रवाल ने विजिलेंस को शिकायत की| विजिलेंस टीम ने जाल फैलाया और उन्हें 28 फरवरी को रिश्वत लेने के लिए बुलाया गया| दोनों पक्षों की बात ₹75 हजार रिश्वत देने पर बनी| सोमवार यानी 28 फरवरी को अग्रवाल ₹75 हजार लेकर पहुंचे अनुभाग अधिकारी अनिल पुरोहित ने कमलेश्वर प्रसाद थपलियाल को सचिवालय गेट के बाहर रिश्वत लेने के लिए भेजा जैसे ही अग्रवाल ने कमलेश्वर को रिश्वत के रुपए दिए पीछे से आई विजिलेंस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया |कमलेश्वर के साथ अनिल पुरोहित को भी आरोपी बनाया गया है |
ट्रैप टीम को मिला ₹10 हजार का इनाम – विजिलेंस के निदेशक अमित कुमार सिन्हा ने बताया कि सराहनीय कार्य के लिए प्राप्त करने वाली टीम को ₹10000 का इनाम दिया जाएगा |