देहरादून : कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के नेताआें ने चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। टिकट वितरण के लिए अभी काफी समय है लेकिन दावेदारों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वे पार्टी के हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम में नजर आने लगे हैं।
मगर इनसे हटकर कुछ दावेदारों ने पूरे भरोसे के साथ अपने क्षेत्रों में वालराइटिंग शुरू कर दी है। राजधानी के चारों विधानसभा क्षेत्रों में यह नजारा देखा जा सकता है। इसे लेकर टिकट के लिए दावेदारी कर रहे नेताओ की चिंता बढ़ गई है।

तो वही उत्तराखंड के पौड़ी से किरण मंद्रवाल ने दावेदारी मजबूत कर दी है किरण मंद्रवाल कांग्रेस की मजबूत नेता है और पार्टी के सभी कार्यक्रमों में मौजूद रहती है। उत्तराखंड की सियासत में हरीश रावत का बड़ा वर्चस्व रहा है। किरण मंद्रवाल हरीश रावत की करीबी नेता मानी जाती है। जिसको लेकर टिकट की अटकले तेज़ हो गयी है।

कांग्रेस नेता किरण मंद्रवाल ने कहा है की कांग्रेस ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जो प्रदेश के अंदर रोजगार के अवसर खोल सकती है हमने पहले भी प्रदेश के युवाओ के लिए तमाम रोजगार दिए और शिक्षा निति को बढ़ावा देने का काम किया लेकिन भाजपा सरकार ने युवाओ के सपने को चकनाचूर करने का काम किया है
उन्होंने कहा है की भाजपा सरकार प्रदेश को खोदने में लगी है प्रदेश के अंदर खनन चरम सीमा पर है। जब इस तरह के अवैध खनन को बढ़ावा दिया जाएगा तो प्रदेश कैसे तरक्की करेगा। आज प्रदेश का जनजन भाजपा से दुखी है। प्रदेश के अंदर भ्र्ष्टाचार व्याप्त है। धामी सरकार ने प्रदेश के अंदर गुंडाराज कायम किया है। महिलाओ पर लगातार अत्याचार हो रहे है।
समाज के लोगो की थाने चौकियों में को सुनवाई नहीं है। रोजगार के सभी रास्ते बंद कर दिए गए है। आज का युवा आत्महत्या करने को मजबूर है। प्रदेश अंदर जिस तरह का झूट प्रपंच धामी सरकार ने कायम किया है।
लेकिन इस बार कांग्रेस सरकार पूर्ण बहुमत से सत्ता में वापसी करेगी। और निराश और हताश युवाओ के सपनो में चार चाँद लगाने का काम हम लोग करेंगे।
युवाओ को बेहतर सुख सुविधाएं मिले ऐसा प्रयास हम करेंगे। और प्रदेश के छात्रों को तकनीति शिक्षा से जोड़कर उनके हाथ में हम लेपटॉप देने का काम करेंगे।
गाँव में पक्की सड़क बनाने से लेकर घर में बिजली देने का काम और कन्याओ के लेकर तमाम यपजनो को फिर से सुचारु करने का काम हम लोग करेंगे।
जातिगत समीकरण बैठाना चुनौती
चमोली की तीनों विधानसभाओं में भाजपा और कांग्रेस जातिगत गणित को साधते हुए टिकट देकर मतदाताओं को अपने पक्ष में करते आए हैं। वर्ष 2017 में बदरीनाथ में कांग्रेस ने राजेंद्र सिंह भंडारी को तो भाजपा ने महेंद्र भट्ट को टिकट दिया, जबकि कर्णप्रयाग में कांग्रेस ने ब्राह्मण चेहरे डा. अनुसूया प्रसाद मैखुरी तो भाजपा ने ठाकुर चेहरे सुरेंद्र सिंह नेगी पर दांव खेला। जबकि थराली सीट आरक्षित है। इस बार भी पार्टियों के सामने राजनीति के समीकरण साधने की चुनौती है।
ये हैं संभावित दावेदार
कर्णप्रयाग विधानसभा सीट से भाजपा से सिटिंग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी सहित टीका प्रसाद मैखुरी, पंकज डिमरी, विनोद नेगी, रमेश गड़िया, पूर्व विधायक अनिल नौटियाल, समीर मिश्रा, हिमानी वैष्णव, राकेश रतूड़ी, मनोज नेगी ने दावेदारी पेश की है। वहीं कांग्रेस से सावित्री देवी मैखुरी, प्रदेश महामंत्री हरिकृष्ण भट्ट, सुरेश डिमरी, भुवन नौटियाल, मुकेश नेगी, राजेंद्र सगोई, सुशील डिमरी, कमल रावत, सुरेश कुमार डिमरी आदि ने ताल ठोकी है